भारतीय रेलवे एक विशाल नेटवर्क है। यह दुनिया के सबसे पुराने रेलवे नेटवर्को में से एक है। यात्रा करने के लिए ट्रेन सबसे अच्छा माध्यम है. यात्रा के दौरान हम प्रकृति की सुंदरता को बारीकी से निहार सकते है। भारतीय रेलवे में कई सारी गाड़ियों की श्रेणियाँ है। इनमे से एक श्रेणी सबसे तेज़ दौड़ने वाले ट्रेनों की है। भारतीय रेलवे में ऐसी कई ट्रेन है जो पटरियों पर होकर भी हवा से बातें करती है। आइये, आज हम रेलवे के सबसे फास्टेस्ट ट्रेनों से आपको अवगत कराते है। इन सभी ट्रेन में खाना और बाकी सभी सुविधाओं का उत्तम प्रबंध है.
पहला: वन्दे भारत:
२०१८ में लांच हुई वनडे भारत एक्सप्रेस रेलवे का सबसे फ़ास्ट चलने वाली ट्रेन है। यह ट्रेन नयी दिल्ली से वाराणसी तक का सफर १८० किलोमीटर प्रति घंटे की रफ़्तार से तय करती है और ८ घंटे में अपना सफर तय करती है । इसकी टेक्नोलॉजी ही इसकी खासियत है। इसे ट्रेन १८ के नाम से भी जाना जाता है।
दूसरा: गतिमान एक्सप्रेस:
गातिमान एक्सप्रेस एक सेमी हाई स्पीड ट्रेन है जो नई दिल्ली और आगरा के बीच 160 किलोमीटर प्रति घंटे की गति के साथ चलती है। इसकी गिनती भारत में वन्दे भारत एक्सप्रेस के बाद दूसरी सबसे तेज दौड़ने वाले ट्रेनों में होती है। इसमें कुल मिला कर १० कोच है।
तीसरा: भोपाल शताब्दी एक्सप्रेस:
भोपाल शताब्दी एक्सप्रेस भारत में नई दिल्ली- आगरा खंड पर 155 किमी प्रति घंटा की गति के साथ सबसे तेज ट्रेनों की लिस्ट में शामिल है । यह प्रतिष्ठित ट्रेनों में से एक है। नई दिल्ली- भोपाल शताब्दी एक्सप्रेस, ट्रेन नई दिल्ली और भोपाल जंक्शन के बीच चलती है। इसे १९८८ में पहली बार चलाया गया था।
चौथा: मुंबई दिल्ली राजधानी एक्सप्रेस:
राजधानी की श्रेणियों में यह ट्रेन सबसे फ़ास्ट है। इसे भारत में 1972 में शुरू की गई थी। यह ट्रेन 115 किलोमीटर प्रति घंटे की स्पीड से ट्रैक्स पर दौड़ते हुए मंबई से दिल्ली का सफर तय करती है।
पांचवा: सियालदह-नई दिल्ली दुरंतो
यह पश्चिम बंगाल (सियालदह) को राष्ट्रीय राजधानी नई दिल्ली से जोड़ने वाली एक नॉन स्टॉप ट्रेन है। यह ट्रेन 91.13 किलोमीटर प्रति घंटा की गति से चलती है। यह इन दोनों शहरों के बीच ग्रैंड कॉर्ड मार्ग पर सबसे तेज और सबसे समय पर चलने वाली ट्रेन मानी जाती है।
छठा: नई दिल्ली-कानपुर शताब्दी एक्सप्रेस
इस ट्रेन को २००९ में शुरू की गई थी। इसे कानपुर रिवर्स शताब्दी के नाम से भी जाना जाता है। इसकी औसत गति लगभग 89 किलोमीटर प्रति घंटा है। यह ट्रेन नई दिल्ली से कानपुर चार घंटे और 44 मिनट में पहुंच जाती है।
सातवा: नई दिल्ली – हावड़ा एक्सप्रेस
यह ट्रेन दिल्ली और कोलकाता को जोड़ता है। हावड़ा-राजधानी एक्सप्रेस को पहली बार १९६९ में चलाया गया था। यह ट्रेन 17 घंटे 20 मिनट में 1,445 किलोमीटर की दूरी तय करता है। यह वाई-फाई सेवा प्रदान करने वाली पहली ट्रेन है। यह 88 किलोमीटर् की औसत गति के साथ चलती है।
आठवा: नई दिल्ली-हावड़ा दुरंतो एक्सप्रेस
यह ट्रेन भारतीय रेलवे के पूर्वी क्षेत्र की है और यह ग्रैंड कॉर्ड रूट का उपयोग करती है। यह इस रूट की सबसे तेज ट्रेनों में से एक है।इस ट्रेन को नवीनतम हाइब्रिड-एलएचबी कोच लगाया गया है। यह 17 घंटे और 10 मिनट में 1,441 किलोमीटर की दूरी तय करता है और इसकी औसत गति 87 किमी/घंटा है।
नौवा: नई दिल्ली-इलाहाबाद दुरंतो एक्सप्रेस:
इलाहाबाद दुरंतो एक्सप्रेस नई दिल्ली को इलाहाबाद जंक्शन से जोड़ने वाली भारतीय रेलवे की एक सुपरफास्ट एक्सप्रेस ट्रेन है। इसे 2012 में पहली बार चलाया गया था। यह 86.85 किलोमीटर प्रति घंटा की गति के साथ 19 घंटे 20 मिनट की यात्रा समय के साथ मुंबई और इलाहाबाद के बीच सबसे तेज चलने वाली ट्रेन है।
दसवा: सियालदह – नई दिल्ली राजधानी एक्सप्रेस
सियालदह राजधानी एक्सप्रेस सियालदह (कोलकाता) और दिल्ली को जोड़ती है। इस ट्रेन की औसत गति 87.06 किलोमीटर प्रति घंटा है और यह 17 घंटे में 1,458 किलोमीटर की दूरी तय करती है।
इसके अलावा निजामुद्दीन – बांद्रा गरीब रथ की अधिकतम गति लगभग 130 किमी प्रति घंटे है, और यह 16 घंटे और 30 मिनट में 1,366 किलोमीटर की दूरी तय करती है।